Suna thaa ki woh aayenge anjuman mein - Jagjit Chitra - with LYRICS - with TRANSLATION

Details
Title | Suna thaa ki woh aayenge anjuman mein - Jagjit Chitra - with LYRICS - with TRANSLATION |
Author | kiran kunjara |
Duration | 7:56 |
File Format | MP3 / MP4 |
Original URL | https://youtube.com/watch?v=gW08UWxlSnY |
Description
Shaayar : क़मर जलालाबादी
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अंजुमन : party, महफ़िल
रक़ीब : rival, competitor, enemy, opponent, (दुश्मन)
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सुना था के वो आयेंगे अंजुमन में,
सुना था के उनसे मुलाकात होगी
हमे क्या पता था, हमे क्या खबर थी,
ना ये बात होगी, ना वो बात होगी
मैं कहता हूँ इस दिल को दिल में बसा लो,
वो कहते हैं हमसे, निगाहे मिला लो
निगाहों को मालूम क्या दिल की हालत,
निगाहों- निगाहों में क्या बात होगी
हमे खींचकर इश्क़ लाया हे तेरा,
तेरे दर पे हमने लगाया हे डेरा
हमे होगा जब-तक ना दीदार तेरा,
यहीं सुबह होगी, यहीं रात होगी
मुहब्बत का जब हमने छेड़ा फ़साना,
तो गोरे से मुखड़े पे आया पसीना
जो निकले थे घर से, तो क्या जानते थे,
के यूँ धूप में आज बरसात होगी
ख़फ़ा हमसे होके वो बैठे हुए हैं,
रक़ीबों में घिर के वो बैठे हुए हैं
ना वो देखते हैं,ना हम देखते हैं,
यहाँ बात होगी, तो क्या बात होगी
सुना था के वो आयेंगे अंजुमन में,
सुना था के उनसे मुलाकात होगी
हमे क्या पता था, हमे क्या खबर थी,
ना ये बात होगी, ना वो बात होगी.............